डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, भारत के मिसाइल मैन, केवल एक वैज्ञानिक ही नहीं बल्कि लाखों लोगों के लिए प्रेरणा थे। बचपन में अख़बार बेचने से लेकर भारत के 11वें राष्ट्रपति बनने तक, उनका सफर संघर्ष, मेहनत और सफलता की मिसाल है।
उन्होंने भारत के मिसाइल और अंतरिक्ष कार्यक्रमों में बड़ा योगदान दिया और देश को वैश्विक शक्ति बनाने में अहम भूमिका निभाई।
इस प्रेरणादायक कहानी में जानिए कि कैसे एक छोटे शहर का लड़का भारत का महानतम वैज्ञानिक और नेता बना। उनका जीवन हमें सिखाता है कि सपने मेहनत, संघर्ष और सही सोच से पूरे होते हैं। 💡
👉 पूरी कहानी पढ़ें:
एपीजे अब्दुल कलाम – मिसाइल मैन जिन्होंने सपनों को हकीकत में बदला
परिचय
बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो न सिर्फ खुद सफलता हासिल करते हैं, बल्कि पीढ़ियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देते हैं। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ऐसे ही एक महान शख्सियत थे। उन्हें “मिसाइल मैन ऑफ इंडिया” कहा जाता है।
तमिलनाडु के एक छोटे से गांव से निकलकर, भारत के सबसे सम्मानित वैज्ञानिक और राष्ट्रपति बनने तक, उनकी कहानी हमें सिखाती है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता।
शुरुआती जीवन – अख़बार बेचने से विज्ञान तक
15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में जन्मे अब्दुल कलाम एक गरीब परिवार से थे। उनके पिता नाव चलाते थे और घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी।
परिवार की मदद के लिए उन्होंने 10 साल की उम्र में अख़बार बेचना शुरू किया, लेकिन शिक्षा के प्रति उनका जुनून कभी कम नहीं हुआ। गणित और विज्ञान में उनकी गहरी रुचि थी। आगे चलकर, उन्होंने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाई की।
💡 सीख: “चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, सीखना और मेहनत करना मत छोड़ो!”
भारत के मिसाइल मैन बनने तक का सफर
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, डॉ. कलाम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) से जुड़े, जहां उन्होंने भारत के पहले सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SLV-III) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1980 में, उनके नेतृत्व में रोहिणी उपग्रह सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया, जिससे भारत को अंतरिक्ष ताकतों की सूची में शामिल किया गया।
बाद में, उन्होंने डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) में काम किया और भारत के प्रमुख मिसाइल प्रोजेक्ट्स अग्नि, पृथ्वी और ब्रह्मोस को विकसित किया। उनकी इस सफलता ने उन्हें “मिसाइल मैन ऑफ इंडिया” बना दिया। 🚀
💡 सीख: “सफलता मेहनत और समर्पण से ही मिलती है!”
भारत के राष्ट्रपति बनने का सफर
वैज्ञानिक के रूप में अपार सफलता हासिल करने के बाद, 2002 में डॉ. कलाम को भारत का 11वां राष्ट्रपति चुना गया। वे जनता के राष्ट्रपति (People’s President) कहलाए, क्योंकि उन्होंने हमेशा युवाओं, शिक्षा और देश के विकास पर जोर दिया।
राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने शिक्षा, विज्ञान और ग्रामीण विकास पर काम किया और लाखों युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित किया।
💡 सीख: “सच्चे नेता सत्ता के पीछे नहीं भागते, वे लोगों को प्रेरित करते हैं!”
अंतिम क्षण और अमर विरासत
27 जुलाई 2015 को, IIM शिलॉन्ग में छात्रों को संबोधित करते समय डॉ. कलाम को दिल का दौरा पड़ा और वे इस दुनिया से चले गए।
लेकिन वे हमें एक अनमोल विरासत देकर गए – ज्ञान, सपने और मेहनत का मंत्र। उनकी लिखी “Wings of Fire,” “Ignited Minds” जैसी किताबें आज भी लाखों लोगों को प्रेरित कर रही हैं।
💡 सीख: “सच्चे लीडर मरते नहीं, उनका नाम और उनके विचार हमेशा जीवित रहते हैं!”
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के 3 प्रेरणादायक विचार
1️⃣ “सपने वो नहीं होते जो हम सोते समय देखते हैं, बल्कि सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते।” ✨
2️⃣ “हम सबके पास समान प्रतिभा नहीं होती, लेकिन अपनी प्रतिभा को निखारने का समान अवसर जरूर होता है।” 💡
3️⃣ “पहली जीत के बाद आराम मत करो, क्योंकि अगर दूसरी बार असफल हुए तो लोग कहेंगे कि पहली जीत सिर्फ किस्मत थी।” 🔥
निष्कर्ष – डॉ. कलाम से क्या सीख सकते हैं?
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जिंदगी हमें सिखाती है कि गरीबी और कठिनाइयाँ केवल मानसिक बाधाएँ होती हैं। अगर मेहनत और इरादा मजबूत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।
✔ मेहनत से बड़ी कोई प्रतिभा नहीं होती।
✔ सपने देखो और उन्हें पूरा करने के लिए लगातार मेहनत करो।
✔ सफलता सिर्फ पैसे और प्रसिद्धि से नहीं मापी जाती, बल्कि इससे कि आपने दुनिया के लिए क्या किया।
उनकी कहानी एक आशा की किरण है। अगर डॉ. कलाम अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं, तो हम भी कर सकते हैं! 🚀
📢 क्या डॉ. कलाम की यह कहानी आपको प्रेरित करती है? अपने विचार कमेंट में बताइए

I’m Mohd Yasin, a passionate Hindi Content Writer at newzzytimes. I enjoy crafting informative and engaging articles on a wide range of topics, including lifestyle, education, business etc.. and so on. My writing style is simple and easy to understand, ensuring that our readers can easily absorb the information.